सम्राट अशोक महान के जन्मोत्सव समारोह में शामिल हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
1 min readपटना, 29 मार्च 2023 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सम्राट अशोक महान के जन्मोत्सव समारोह में शामिल हुए। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सम्राट अशोक क्लब, भारत, शाखा बिहार द्वारा आयोजित जन्मोत्सव समारोह में मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक महान के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। आयोजकों ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता, अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले जन्मोत्सव समारोह में शामिल आप सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए बधाई देता हूँ। आप सभी पूरी मुश्तैदी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। यहाँ उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। सम्राट अशोक क्लब द्वारा आयोजित अनेक मीटिंग में मुझे शामिल होने का मौका मिला है। उत्तर प्रदेश एवं अन्य जगहों पर भी मैं आपके कार्यक्रमों में शामिल हुआ हूँ। आपके सुझाव के अनुरूप ही विशेषज्ञों की मदद से सम्राट अशोक महान से संबंधित अनेक काम कराया गया है। मौर्य साम्राज्य की स्थापना चन्द्रगुप्त मौर्य ने ही की थी, जिन्हें बढ़ावा देने वाले आचार्य चाणक्य थे। जब आप सभी सम्राट अशोक के विषय में बात करते हैं तो चन्द्रगुप्त मौर्य की चर्चा भी जरुर करें। सम्राट अशोक महान, चन्द्रगुप्त मौर्य के पोता थे, जिन्हें जब मौका मिला तो उन्होंने सम्राज्य का काफी विस्तार किया। इस दौरान एक जगह विवाद उत्पन्न होने से जब काफी नुकसान पहुंचा तो उन्होंने क्षेत्र विस्तार से खुद को अलग कर लिया और उनका बौद्ध धर्म से रिश्ता हो गया। सम्राट अशोक महान ने अपने बेटा-बेटी को बौद्ध धर्म के प्रचार में लगा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट अशोक महान की जयंती मनाने के लिए सम्राट अशोक क्लब ने अष्टमी का दिन तय किया। इस पर लोग तरह-तरह की बात करने लगे। हमने कहा कि यह बहुत अच्छा दिन है और राज्य सरकार के द्वारा जयंती के दिन एक दिन के अवकाश की घोषणा की गयी । सम्राट अशोक ने बुद्धिज्म को काफी बढ़ावा दिया। सम्राट अशोक महान की मूर्ति दो हिस्सों में थी। सम्राट अशोक क्लब के सुझाव पर ही विशेषज्ञों की मदद से मूर्ति बनाई गयी जो पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में स्थापित है। पिछली बार हमने राजकीय तौर पर सम्राट अशोक की प्रतिमा पर माल्यार्पण किये जाने की घोषणा की थी।
सम्राट अशोक के शासन काल में तक्षशिला विश्वविद्यालय, नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, कंधार विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी। अब तक्षशिला विश्वविद्यालय पाकिस्तान में है जिसे हमने जाकर देखा है। सबसे पहले वहीं विश्वविद्यालय बना था। बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय बना था जिसमें दस हजार से ज्यादा लोग पढ़ते थे, जिसे बाद में ध्वस्त कर दिया गया। हमलोगों ने इसे पुनः अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने का निर्णय लिया और तत्कालीन केंद्र सरकार से इसके लिए आग्रह किया गया। इसके लिए 500 एकड़ जमीन राजगीर में चिन्हित की गयी और अब इसका भवन बनकर तैयार हो गया है। हम चाहते हैं कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र बनाया गया। इसके प्रांगण में सबसे पहले ज्ञान भवन का निर्माण कराया गया। जब हम सांसद थे तो देखा कि दिल्ली में विज्ञान भवन है लेकिन बिहार में ऐसा कोई भवन नहीं है। सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के प्रांगण में ही पांच हजार की क्षमता वाले बापू सभागार का निर्माण कराया गया। इतना बड़ा सभागार देश के किसी बड़े से बड़े राज्य में भी नहीं है।
सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के पिछले हिस्से में सभ्यता द्वार का निर्माण भी कराया गया है जिसमें भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और सम्राट अशोक महान से संबंधित शिलालेख है। हमने सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र नामकरण किया। सेंटर की जगह हमने केंद्र इसलिए किया क्योंकि हम सब यहीं के रहने वाले हैं और यहाँ की भाषा हिंदी है। सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के प्रांगण में स्थापित सम्राट अशोक महान की मूर्ति आप सभी जाकर जरुर देखें। आप सभी का सम्राट अशोक के प्रति विश्वास है, आप सभी उनके विचारों को मानने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट अशोक का शासन अखंड भारत पर था जिसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार भी शामिल था। पटना में हमलोगों ने बुद्ध स्मृति पार्क बनवाया है जो पटना जंक्शन के ठीक सामने है। वह काफी सुंदर बना है। हमलोगों ने वहां बुद्धिज्म पर इंटरनेशनल मीटिंग करवाए थे। उस जगह पर पहले कारागार था। जब हम युवा थे तो आन्दोलन के समय हमें वही भेजा जाता था। बाद में जेल दूसरी जगह शिफ्ट हो गया। भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति इसी बिहार के बोधगया में हुई, जहाँ हमलोगों ने महाबोधि कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कराया है। हमलोगों ने भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक महान के लिए हर जगह काम करवाया है। आप सभी पूरे उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हैं। आप सभी से हम आग्रह करेंगे कि सम्राट अशोक के विचारों को अपनाते हुए समाज में प्रेम एवं भाईचारा का माहौल कायम रखें। बेमतलब का झगड़ा नही करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए समाज में झगड़ा लगाने का काम करते हैं, ऐसे लोगों से सतर्क रहें। दिल्ली से आकर कुछ लोग सम्राट अशोक महान को अपना बताकर आपको गुमराह करने की कोशिश करेंगे। ऐसे लोग जातियों को बांटकर कब्जा करने की कोशिश में लगे रहते हैं। हमलोगों ने कभी जाति पर आधारित बात नहीं की है। जिन लोगों का आजादी के आंदोलन से कोई मतलब नहीं रहा है, जो बापू को खत्म कर दिए, वे बाएं – दाएं करने में लगे रहते हैं। अगर आप सभी को वास्तव में भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक से लगाव है तो इसे याद रखियेगा, भूलियेगा मत। हमलोग सबके हित में काम करते हैं। श्रद्देय अटल बिहारी बाजपेयी जी के कार्यकाल में पूरे देश में विकास का काम किया गया। आज कल जो लोग केन्द्र में हैं, वे सिर्फ अपना प्रचार करने में ही लगे रहते हैं, ऐसे लोगों से सचेत रहें। आप सभी भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक महान के मौलिक विचारों को सदा याद रखियेगा। कुछ लोगों को भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक महान से कोई मतलब नहीं है। आपसे अनुरोध है कि आप लोगों को प्रेरित करते रहिये और एक-दूसरे के प्रति प्रेम और भाईचारा का भाव समाज में कायम रखिये।
जन्मोत्सव समारोह को राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, सम्राट अशोक क्लब के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ० सच्चिदानंद मौर्य, अंतर्राष्ट्रीय भाषा वैज्ञानिक (बी०के०एस०वि०वि०) प्रो० राजेन्द्र प्रसाद सिंह, एवं सम्राट अशोक क्लब के राष्ट्रीय महासचिव श्री शत्रुघ्न सिंह शाक्य ने भी संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता सम्राट अशोक क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० दीनानाथ मौर्य ने की।
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सदस्य श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, वाईस प्रेसिडेंट, आल इंडिया मिल्ली काउंसिल मुहम्मद अनिसुर रहमान कासमी, सम्राट अशोक
क्लब के बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री भीष्म जी अमर शहीद जगदेव प्रसाद की सुपुत्री एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मधु सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता श्री कृष्णा जी कुशवाहा सहित सम्राट अशोक क्लब के पदाधिकारीगण, कार्यकर्तागण एवं बड़ी संख्या में सम्राट अशोक के प्रशंसक उपस्थित थे।
संख्या -cm-222 29/03/2023
अकबर ईमाम एडिटर ईन चीफ