अक्षत सेवा सदन में ईएसआईसी एवं लायंस क्लब ऑफ पाटलिपुत्र आस्था और वेस्टर्न पटना डॉक्टर्स क्लब के द्वारा सीएमई का आयोजन किया गया जिसमे चिकित्सकों को ये जानकारी दी गई की जेनरल कंडीशन में किसी भी तरह की बीमारी और कष्ट से कैसे निदान किया जा सके।
1 min readडॉ अमूल्य कुमार सिंह निर्देशक अक्षत सेवा सदन, ने स्वास्थ्य जागरूकता अभियान में आए हुए अतिथियों एवं मरीज एवं मरीज के अभिभावकों को हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि स्वास्थ्य ही मनुष्य का धन है इसलिए हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना अनिवार्य है। एक स्वस्थ शरीर हमें तनाव से मुक्त रखने में हमारी मदद करता है और तनाव से मुक्त रहकर हम अपने जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बना सकते है। बहुत तेज गति से चल रही हमारी व्यस्त जीवन शैली में हमारे जीवन में आने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हमारे लिए बहुत ही चिंता का विषय होती है।
मुख्य अतिथि माननीय श्री सुनील कुमार सिंह एमएलसी, राजद ने कहा की – स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता कई प्रकार की बीमारियों से बचाव का महत्वपूर्ण तरीका है। कोई भी व्यक्ति बीमार नहीं होना चाहता लेकिन अपने स्वास्थ्य के प्रति बरती गई लापरवाही उन्हें गंभीर रूप से बीमार कर देती है। डॉक्टर साहब को बधाई देता हूं कि समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और इस तरह का जागरूक कार्यक्रम डॉक्टर साहब हमेशा किया करते हैं।
गौरवान्वित अतिथि श्री सत्यजीत कुमार रीजनल डायरेक्टर ईएसआईसी पटना ने कहा की आज ESIC बिहार राज्य कर्मचारी इंश्योरेंस कारपोरेशन के द्वारा अक्षत सेवा सदन को सफलतापूर्वक सूचीबद्ध किया गया है आज ESIC के द्वारा हर तरह की इलाज अक्षत सेवा सदन में संभव है ESIC में दरअसल, कम आय वाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने इस बीमा योजना को उपलब्ध करवाया है। हालांकि इस योजना के तहत आने वाले अस्पतालों का संचालन राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है।
निजी कंपनियों, फैक्ट्रियों और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को इसका फायदा मिलता है।। सबसे पहला और सबसे जरूरी बात तो ये कि बीमित व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों को मुफ्त इलाज मिलता है। इसके अलावा बीमित व्यक्ति को बीमारी के दौरान छुट्टी के लिए 91 दिनों के लिए नकद भुगतान किया जाता है।..
Dr Suman Kumar – ने कहा की – कुत्ते के काटने से यदि काटे हुए जगह पर घाव नहीं है तो उस हिस्से को गर्म पानी और साबुन से धो लें। आप एहतियात के तौर पर जीवाणुरोधी लोशन भी लगा सकते हैं। यदि काटने के बाद वहां जख्म है तो उस हिस्से को धोने के बाद कोई एंटीसेप्टिक लगाएं और तुरंत रेबीज के इंजेक्शन के लिए अस्पताल जाएं। कुत्ता काटने के 20 दिन बाद हो सकता है रैबीज इससे बचाव के लिए जरुरी है कि पीड़ित एण्टी रैबीज वैक्सीन जरुर लगवा लें।
Dr. Samrendra P. Singh- ने कहा की मानव के रीढ़ की हड्डी सेंट्रल नर्व को नियंत्रित करने वाला हिस्सा है जो मोटी कशेरुक (वेर्टेब्रे) के नीचे होता है। यह निश्चित रूप से सुरक्षा के दृष्टिकोण से होता है क्योंकि स्पाइनल कॉर्ड में चोट के कारण परैलिसिस हो सकता है। माइक्रो डिस्केक्टॉमी तकनीक में एक इंच चीरे के द्वारा विशेष उपकरणों (Special Equipment) के जरिए स्पाइन की हड्डी में दबी हुई नस को खोल दिया जाता है. – इस ऑपरेशन को अंजाम देने में लगभग एक घंटे का समय लगता है. ऑपरेशन के बाद दबी नस के खुल जाने पर दर्द और पैरों की तकलीफ दूर हो जाती है । अधिक रक्तचाप से मस्तिष्क का नस फट सकता है और ब्रेन हेमरेज होने का खतरा बढ़ जाता है एवं ब्लड प्रेशर का भी बीमारी हो सकता है ।
Dr Manisha Singh – ने कहा की कैंसर के आम लक्षण हैं वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मूंह से खून आना. अगर किसी भी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कैंसर होने के संभावित कारण – तम्बाकू, पान, सुपारी, पान मसालों, एवं गुटकों के सेवन से मुंह, जीभ खाने की नली, पेट, गले, गुर्दे और अग्नाशय (पेनक्रियाज) का कैंसर होता है। शराब के सेवन से श्वांस नली, भोजन नली, और तालु में कैंसर होता है। लंग कैंसर यानी फेफड़ों का कैंसर सबसे खतरनाक माना जाता है। लंग कैंसर आमतौर पर तम्बाकू, पान, सुपारी, सिगरेट पीने वाले लोगों को होता है। हालांकि, आजकल लंग कैंसर उन लोगों में भी देखा जा रहा है जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया है। ब्लड कैंसर भी एक खतरनाक कैंसर है, क्योंकि ये तेजी से फैलता है।
Dr Subhash Kumar – ने कहा की पिछले एक दशक में जिन बीमारियों के मामले सबसे ज्यादा बढ़ते हुए देखे गए हैं, डायबिटीज उनमें से एक है। डायबिटीज एक क्रोनिक बीमारी है, जिसमें रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में लगभग 422 मिलियन लोग इस गंभीर स्वास्थ्य समस्या के शिकार है, हर साल इसके रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। चिंताजनक बात यह भी है कि जिन लोगों डायबिटीज की समस्या होती है उनमें कई अन्य प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का जोखिम भी बढ़ जाता है। दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक जागरूक होना चाहिए।
Dr.Ravi kumar – ने कहा की सौंदर्य कारणों के अलावा, मिसिंग टूथ खाने और बात करने के तरीकें को भी प्रभावित कर सकते हैं. समय के साथ, दांत का समर्थन करने वाला बोन मास खराब
हो जाता है और साथ वाले दांत भी ढीले हो जाते है. इसे रोकने और एक सुंदर मुस्कुराहट के आत्मविश्वास को हासिल करने के लिए, अधिकांश लोग, डेंटल इम्प्लांट पसंद करते हैं. कुछ लोग को विभिन्न कारणों से दांत टूटते है जिसमे मसूड़ों का रोग, हड्डी का नुकसान, डेंटल कैविटी, इंजरी और उम्र जैसे लक्षण शामिल हैं।
Dr Vikash K Singh – ने कहा की दिल हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्णों अंगों में से एक है जो तब तक काम करता है जब तक कि मनुष्य की धड़कनें बंद नहीं हो जातीं हम सभी का दिल 1 मिनट में 70 मिली लीटर ब्लड पम्प करता है । इसलिए हर कोई दिल की सेहत का खास ख्याल रखता है। कोविड में दिल के दौरे से कई लोगों की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल का स्वस्थ रहना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
महिलाओं के सीने में और स्तन मैं दर्द होना, शरीर के ऊपरी भाग में यानि गर्दन, पीठ, दांत, भुजाएं और कंधे की हड्डी में तेज़ दर्द होना। चक्कर आना, बेचैनी महसूस करना, या सिर घूमना, जी मचलाना, उलटी, पेट खराब होना आदि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक दिखाई देते हैं।
Dr Amulya K Singh – ने कहा की हड्डी के द्रव्यमान (बोन मास) में आई कमी जब हड्डियों के सामान्य ढांचे से हस्तक्षेप करने लगती है तो इस स्थिति को ऑस्टियोपोरोसिस के रूप में पहचानते हैं। ऐसे में हड्डियां नाज़ुक और कमजोर हो जाती हैं, और थोड़े से भी खिंचाव या भार से फ्रैक्चर होने की संभावना बनी रहती है। ऑस्टियोपोरोसिस में मानव शरीर कूल्हे के फ़्रैक्चर अंग सबसे अधिक प्रभावित होता है, कूल्हे के फ़्रैक्चर, ऑस्टियोपोरोसिस के सबसे गंभीर परिणामों के लिए जिम्मेदार हैं।
स्वस्थ रहना आपकी समग्र जीवन शैली का हिस्सा होना चाहिए। एक स्वस्थ जीवन शैली जीने से पुरानी बीमारियों और दीर्घकालिक बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। अपने बारे में अच्छा महसूस करना और अपने स्वास्थ्य की देखभाल करना आपके आत्म-सम्मान और आत्म-छवि के लिए महत्वपूर्ण है। अपने शरीर के लिए सही काम करके एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें।
कार्यक्रम में डॉक्टर राजेश गोस्वामी, डॉक्टर एस. नयनम, डॉक्टर पीके वर्मा, डॉक्टर अमूल्य कुमार सिंह, श्री सुशमान, सी ईओ, कैसामेड एवं लायंस क्लब के अन्य सदस्य लोग उपस्थित थे साथ ही अक्षत सेवा सदन के सभी कर्मचारी गण एवं अक्षत परिवार के सभी सदस्य इस कार्यक्रम में शामिल थे
अकबर ईमाम एडिटर ईन चीफ