हिन्दी दिवस के अवसर पर किलकारी में ‘हिन्दी द्वादश’ का आयोजन किया गया।पत्रलेखन में शौर्य पराशर को प्रथम पुरुस्कार मिला और काव्य पाठ में दूसरा पुरस्कार यश पराशर को मिला।
1 min readहिन्दी दिवस के अवसर पर किलकारी में ‘हिन्दी द्वादश’ का आयोजन किया गया। 03 सितंबर से ‘श्रुतलेख-प्रतियोगिता’ से इसकी शुरुआत हुई। हिन्दी के प्रति बच्चों का लगाव और हिंदी भाषा से जुड़ाव होना बेहद ज़रूरी है।
हिंदी द्वादश में हर दिन लेखन-कक्ष में प्रतियोगिताएँ एवं गतिविधियाँ होती रहीं। ‘लिंग निर्णय एवं लिंग परिवर्तन-प्रतियोगिता’, ‘मुहावरे मेरे, अर्थ तेरे’, ‘पत्रलेखन-प्रतियोगिता’, ‘निबंध-लेखन-प्रतियोगिता’, ‘काव्यपाठ-प्रतियोगिता’, ‘वाद-विवाद’ एवं वाक्य विन्यास-प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। बच्चों ने बढ़-चढ़कर सभी प्रतियोगिताओं में भाग लिया
और हिंदी भाषा के प्रति अपनी रुचि दिखाई। हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया और हिंदी द्वादश का समापन समारोह हुआ। कार्यक्रम में कार्यक्रम पदाधिकारी अनिता ठाकुर, प्रकाशन समन्वयक संगीता दत्ता, संगीत प्रशिक्षिका श्यामा झा, लेखन प्रशिक्षक वीरेंद्र कुमार पाठक एवं सम्राट समीर उपस्थित रहे।
पत्रलेखन में शौर्य पराशर को प्रथम पुरुस्कार मिला।
काव्य पाठ में दूसरा पुरस्कार यश पराशर को मिला।
अकबर ईमाम एडिटर ईन चीफ