ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम के द्वारा स्थानीय मौर्या होटल पटना में एक वैज्ञानिक सत्र का आयोजन किया गया
1 min readआज दिनांक 5 फरवरी 2023 दिन रविवार को ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम के द्वारा स्थानीय मौर्या होटल पटना में एक वैज्ञानिक सत्र का आयोजन किया गया
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉक्टर एसएस झा ने दीप प्रज्वलित करके किया चेयर पर्सन डॉ एसएस झा सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन ने कहा कि हमारे यहां बहुत सारी परेशानियां हड्डियों में होती जा रही है और वह पीठ का दर्द गर्दन का दर्द जोड़ों का दर्द इस रूप में होती है और उस दर्द की इलाज के लिए एक औरत या मर्द अपने ऑर्थोपेडिक सर्जन के पास हमेशा आता है उसको उचित निदान होना बहुत जरूरी है!
चेयर पर्सन डॉ अनिल कुमार ने कहा कि जिस तरह से व्यस्तता बढ़ती जा रही है और लोग बहुत टेंशन में सड़कों पर बहुत तेज गति से वाहन चलाते हुए जाते हैं उसे भी देखा जा रहा है कि दुर्घटनाएं होती है बहुत ही खराब खराब तरह से हड्डी टूट जाती है उसका भी अच्छा उपचार होना बहुत जरूरी है
डॉ महेश प्रसाद ने कहा की पिच का जो दर्द है वह अभी बहुत ज्यादा समस्या बढ़ गई है युवाओं में भी बहुत ज्यादा देखा जा रहा है वह गलत ढंग से बैठते हैं गलत ढंग से कार्य करते हैं बयान ढंग से नहीं करते हैं उनको सही प्रशिक्षण देना बहुत जरूरी है
डॉ रितेश रूणु प्रोफेसर इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने कहा की कि आजकल के जमाने में हड्डियां कमजोर होती जा रही है अतः उनको शारीरिक रूप में स्वास्थ्य रखना बहुत जरूरी है स्वस्थ भोजन लेना बहुत जरूरी है स्वस्थ भोजन में वह जो दूध रोटी सब्जी मांस मछली खाते हैं साथ में कुछ ऐसी दवाई भी जरूरी है जिससे कि उनकी मांस पेशियों को स्वस्थ रखा जा सके अगर हड्डियों के साथ मांसपेशियां मजबूत नहीं रहेंगे तो शरीर पूर्ण रूप से अच्छे अच्छे ढंग से कार्य नहीं कर पाएंगे
डॉ सौरभ चौधरी ने कहा कि हमारे यहां जो खिलाड़ियों में कुछ-कुछ ऐसी जगह चोट लग जाती है जिनका सही ढंग से उपचार ना हो तो बाद में बहुत कष्ट देता है वह क्रिकेट प्लेयर हो बास्केटबॉल प्लेयर हो जिम एक्सरसाइजेज कर रहा हूं उसको अगर शरीर में किसी तरह का चोट लगता है उसका इलाज ढंग से नहीं किया जाने पर उसको अकरम रहती है और वह जोर पूरे ढंग से कार्य नहीं करता इसलिए उसका अच्छा कार्य करना बहुत जरूरी है I
डॉ गौतम आर प्रसाद जो पारस हॉस्पिटल मैं वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ हैं उन्होंने कहा की पीठ में अगर हड्डी टूट जाती है तो अगर नस दब रहा है तो नस को जितना जल्दी दबे हुए पार्ट को हटाया जाए तभी फायदा होता है इसके लिए शल्य क्रिया की जरूरत पड़ सकती है शल्य क्रिया करने से मरीज को जल्दी चलाया जा सकता है और वापस अपने कार्य पर जा सकता है
ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम के सचिव डॉ अमुल्य कुमार सिंह ने कहा हमें निरंतर ऐसी परिचर्चा करते रहनी चाहिए जिससे कि हम अपने समाज में लोगों को डॉक्टर को जागरूक कर सकें और डॉक्टर को जागरूक किया जाएगा तो वह अच्छा इलाज करेगा और जब अच्छा इलाज होगा मरीज का तो वह मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होगा और अपने कार्य पर जा सकेगा
डॉ अश्विनी गौरव ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया और संचालन में उन्होंने देखा कि बहुत सारे चिकित्सक जो नए युवा चिकित्सक हैं ऑर्थोपेडिक सर्जन जो बिहार में अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं अलग-अलग गांव में काम कर रहे हैं उन को नई दिशा देनी बहुत जरूरी है चिकित्सा विज्ञान में जो नए शोध हुए हैं उनको बताना बहुत जरूरी है
धन्यवाद ज्ञापन डॉ रमित गुंजन ने किया डॉ रमित गुंजन ने सारे स्पीकर और चेयर पर्सन को धन्यवाद दिया और कहा कि आयोजन एक मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि आज जो युवा वर्ग के चिकित्सक हैं वह अपने सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन से हमेशा सीखना चाहते हैं और सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन जिनमे अनुभव है वह अपने अनुभव का बंटवारा साझा करते हैं जूनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन से तो वह खुद इस ज्ञान को काफी दूर तक ले जा सकते हैं i
धन्यवाद
डॉ अमुल्य कुमार सिंह
सेक्रेटरी
ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम
अकबर ईमाम एडिटर ईन चीफ